Harihar Gad Full Information in Hindi | Harihar Fort Nashik | कैसे जाएँ हरिहर किला-😃
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harihar fort trek Full Information in Hindi | कैसे जाएँ हरिहर किला – देश के खतरनाक पहाडो में से एक और बहुत ही रोमांचक जगहों से भरा एक अद्भुत किला जिसे देखने के बाद लोग बिकुल मंत्र-मुग्ध हो जाते है एक सुन्दर दृश्य वाला किला जो महाराष्ट्र राज्य के नाशिक शहर के कसार से लगभग 40 -45 किलोमीटर की दुरी और त्रियंबकेश्वर से लगभग 22 किलोमीटर पर स्थित है (Harihar Fort Nashik) जिसे हम कई नामो से जानते है जैसे हरिहर गढ़ , हरिहर किला , या फिर हर्षगढ़ किले के नाम से भी जानते है यहाँ पर ज्यादातर लोग ट्रैकिंग करने के लिए आते है
How To Reach Harihar Fort Nashik| Harihar Fort location| What is inside Harihar fort ? |कैसे पहुंचें हरिहर किला नासिक | हरिहर गढ़ किला -😍
harihar fort trek Full Information in Hindi | कैसे जाएँ हरिहर किला – यहाँ जाने के लिए आपको नाशिक शहर आना पड़ेगा यहाँ से आपको हरिहर गढ़ किला 60 किलोमीटर तक पड़ेगा यह ट्रैकिंग निरगुड़पाड़ा गांव से शुरू होती है यह पहाड़ समुद्र तल से लगभग 1120 मीटर की उंचाई तक है तथा दो तरफ से यह पहाड़ 90 डिग्री सीधा और 75 डिग्री पर झुका हुआ है इसकी चढाई बहुत ही कठिन एवं खतरनाक है दोस्तों अगर आपको ट्रैकिंग करना बहुत पसंद है तो आप इस जगह को बिलकुल ना भूले आप यहाँ जरुर जाएँ और एक यादगार पल बनाये और वहां की प्रकृतिक को देखने का अवसर प्राप्त करें
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Harihar garh | हर्षगढ़ किला –
कैसे जाएँ – ?🤔😮
- नाशिक आप बस ट्रेन या हवाई यात्रा कर के भी आ सकते है
- यहाँ आने के बाद सीधा आपको हरिहर फोर्ट के लिए कैब , टैक्सी , बस मिल जाएगी
- अगर आप चाहते है तो रास्ते में आप त्रयम्बकेश्वर मंदिर का भी दर्शन कर सकते है
- त्रयम्बकेश्वर से आपको हरिहर किला जाने के लिए दो रास्ते मिलेंगे
- पहला रास्ता त्रयम्बकेश्वर के बाई तरफ से घोटी इगतपुरी रोड पर निर्गुणपाड़ा होते हुए आप पहुच सकते है
- निर्गुणपाड़ा से हरिहर किला लगभग 5 किलोमीटर की दुरी पर पड़ेगा
- दूसरा रास्ता त्रयम्बकेश्वर से दायीं तरफ से जवाहर जाने वाले रास्ते से होकर हर्षावाडी जा सकते है
- ज्यादातर लोग इस साइड से खुद के वाहन से ही जाते है
हरिहर फोर्ट पहुचने के बाद पहाड़ की चढ़ाई कैसे होगी – ?😲
यहाँ तक पहुचने के बाद आपको कम से कम 120 सीढियां तक चढ़नी होंगी जो की एक दम सीधी सीधी है इस पहाड़ पर चढने की प्रतिक्रिया को स्कॉटिश भी कहते है इस जगह को जितना ही खुबसूरत मान जाता है उतना खतरनाक भी लगभग 50-60 सीढियां चढ़ने के बाद आपको वहां का मुख्य द्वार मिल जायेगा
Harihar Gad Full Information in Hindi | कैसे जाएँ हरिहर किला – 50 सीढियां चढ़ने के बाद इसका मुख्य द्वार आता है जिसे हम महा दरवाजा भी कहते है उसके आगे का रास्ता चट्टानों के अंदर से होते हुए जाता है जो आपको किले के उपरी भाग तक पहुचाती है यह हिमालय के पर्वतारोहियों द्वारा दुनिया का खतरनाक ट्रैकिंग में भी शामिल है
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Harihar Gad Full Information in Hindi | हरिहर फोर्ट के आस पास का नज़ारा -😇😎
यहाँ आपको तालाब और हनुमान जी , शिव जी का मंदिर देखने का भी सौभग्य प्राप्त हो जाता है और जो तालाब वहां मौजूद है उस तालाब का पानी बहुत साफ़ है वो पानी आप पि भी सकते है क्युकी उस तालाब का पानी कभी खराब नहीं होता है थोडा सा और ऊपर जायेंगे तो उसी पहाड़ पर आपको दो कमरों का एक छोटा सा महल भी दिखेगा जहां करीब 10-15 लोग आसानी से रुक सकते है हरिहर फोर्ट की चढ़ाई करने बाद जब आप एक दम उंचाई पर पहुच जाते है तो आप वहाँ से बहुत ही सुन्दर नज़ारा और अन्य अद्भुत किला देख सकते है
क्या क्या देख सकते है – ?
- ब्रह्मा हिल्स
- बासगढ़ किला
- उतावड़ चोटी
- कालासुबई रेंज
- अवध-पट्टा
- शैलबारी रेंज
- उत्तर में सातमाला रेंज
- वैतरना डैम
- कालासुबई रेंज
हरिहर किला वैतर्ना रेंज पर स्थित है
Who was the first to climb Harihar Fort? | harihar fort history | हरिहर फोर्ट की चढाई सबसे पहले किसने की थी …? 🤔
दोस्तों मै आप लोगो को बता दू की हरिहर फोर्ट की चढाई सबसे पहले 1986 ई में मशहूर पर्वतारोही, डग स्कॉट (Doug Scott) ने पूरा किया था जिनका जन्म 29 मई सन 1941 ई में हुआ था यह ब्रिटेन के रहने वाले थे और एक मशहूर पर्वतारोही , लेखक भी थे जिनका निधन 7 दिसम्बर 2020 को कैंसर के कारण हुआ था उन्ही के नाम से लोग इस पहाड़ को स्कॉटिश भी कहते है
लेकिन ध्यान दे –
बारिश के मौसम में यह ट्रैकिंग करना बहुत खतरनाक भी माना जाता है क्युकी उस समय वहा पहाड़ पर फिसलन ज्यादा होता है बारिश के मौसम में फिसलन भरी सीधी चढ़ाई करना हर किसी के लिए आसान नहीं होता है यहाँ आप साल में किसी भी मौसम में घूम सकते है आप अपने अनुसार मौसम का चुनाव कर सकते है
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कम समय में महत्वपूर्ण बाते जाने – 😃🤩
- यह किला महाराष्ट्र राज्य के नाशिक शहर में स्थित है
- हरिहर फोर्ट की ट्रैकिंग हरसवाडी और निर्गुदपाड़ा से शुरू होती है |
- यहाँ ज्यादातर लोग ट्रैकिंग करने के लिए ही जाते है |
- यह किला नासिक से 45 किमी और त्रियंबकेश्वर से 22 किमी दूरी पर स्थित है।
- इस किले की चढाई सबसे पहले 1986 ई. में मशहुर पर्वतारोही डग स्कॉट ने की थी इसलिए इसे स्कॉटिश कहते हैं।
- यहाँ ट्रैकिंग करने का समय लगभग 2 दिन माना जाता है |
- यहाँ आप किसी भी मौसम में जा सकते है लेकिन यहाँ घुमने का सबसे अच्छा मौसम अक्टूबर से लेकर फ़रवरी तक का माना जाता है
How To Reach Harihar Fort By Road ? | सड़क के माध्यम से हरिहर किले तक कैसे पहुंचे ? –
अगर आप सड़क के माध्यम से आप नाशिक शहर होते हुए निर्गुदपाड़ा तक जा सकते है उसके बाद आपको पैदल का सफ़र ही तय करना पड़ेगा क्युकी हरिहर किला एक पहाड़ के ऊपर स्थित और यहाँ तक कोई भी गाडी नहीं जा सकती है इसीलिए आपको किले तक पहुँचने के लिए पैदल ही चढाई करनी होगी
How To Reach Harihar Fort By Train ? | ट्रेन से हरिहर किले तक कैसे पहुंचे ? –
अगर आप ट्रेन के माध्यम से जाना चाहते है तो आप नाशिक जंक्शन तक जा सकते है नाशिक से लगभग 40-45 किलोमीटर की दुरी पर आपको हरिहर फोर्ट स्थित है नाशिक रेलवे स्टेशन से सीधा आप कैब , टैक्सी या बस कर के जा सकते है जो आपको 1 घंटे के अन्दर के हरिहर गढ़ पहुचा देगा उसके बाद आप वहाँ का आनंद ले सकते है
How To Reach Harihar Fort By Flight ? | हवाई यात्रा से हरिहर किले तक कैसे पहुंचे ? –
हवाई यात्रा से जाने के लिए आपको मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस हवाई अड्डे पर उतरना पड़ेगा यहाँ से हरिहर फोर्ट लगभग 165 किलोमीटर की दुरी पर है , हवाई अड्डे से आप नाशिक के लिए बस या कैब कर ले उसके बाद आप हरिहर फोर्ट के लिए निकले , या आप हवाई अड्डे से सीधा हरिहर किले के पास पहुँचने के लिए टैक्सी , कैब , भी करा सकते है
Best time to Visit Harihar Fort | हरिहर फोर्ट जाने का सबसे अच्छा समय कौन सा है ? –
यहाँ घुमने का सबसे अच्छा मौसम अक्टूबर से लेकर फ़रवरी तक का माना जाता है
वैसे तो यहाँ जाने का सबसे अच्छा मौसम बारिश में होता है क्युकी बारिश के मौसम में यहाँ का नजारा ही कुछ अलग होता है लेकिन बारिश के मौसम की वजह से यहाँ की सीढियां फिसलन भरी होती है इसलिए आप सावधानी जरुर रखे और अपना ख्याल रखें !🙏